योग के क्षेत्र में बढ़ते रोजगार के अवसर

डॉ. धर्मवीर यादव योग विशेषज्ञ,
इंदिरा गांधी विश्विद्यालय रेवाड़ी हरियाणा
मोबाइल न.: 9466431860 | ईमेल: dharambiryadav.yogi@gmail.com

इंटरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन, अध्यात्म योग संस्थान, योग परिवार सोसायटी हरियाणा संयोजक

भागदौड़, प्रतिस्पर्धा एवं भौतिक्ता के इस दौर में मनुष्य अधीर अशांत और दुःखी होता जा रहा है। जिसके कारण वह दिनों दिन अनेक भयंकर असाध्य बीमारियों की चपेट में आ रहा है। विज्ञान और तकनीकी के इस युग में सभी को ये पता है कि एलोपैथी दवाईयां किसी भी रोग का स्थायी समाधान नहीं है अपितु इनके शरीर पर बहुत बुरे साइड इफ़ेक्ट भी पड़ते है।
21 जून 2015 से अन्तर्राष्ट्रिय योग दिवस के आयोजन के बाद पूरी दुनिया में स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति आ गयी है। बाबा रामदेव के प्रसिद्ध दो प्राणायाम कपालभाति एवं अनुलोम-विलोम जिन्हें बाबा स्वयं ब्रह्मास्त्र कहते है जिन्हें आज हर घर,स्कूल,पार्क ,शहर और गांव में करते हुए देख सकते है। योग के शरीर पर पड़ने वाले सकारात्मक परिणामों को देखते हुए अब लोगों में योग को जानने और उसको नियमित करने की उत्सुकता बढ़ती जा रही है। इसी उत्सुकता को देखते हुए योग इंस्ट्रक्टर, योग ट्रेनर, योग प्रशिक्षक, योग थेरपिस्ट,योग टीचर, योग एक्सपर्ट्स,योग विशेषज्ञ की मांग दिनो-दिन बढ़ती जा रही है। हाल ही में एसोचैम कि एक रिपोर्ट के अनुसार इस समय भारत में तीन लाख से ज्यादा योग एक्सपर्ट की ज़रूरत है।आने वाले समय में विदेशों में भी भारतीये योग एक्सपर्ट की माँग और तेजी से बढ़ेगी।

किसी समय माना जाता था कि योग केवल ऋषि मुनियों और साधु-संतों के लिए ही है। लेकिन अब यह धारणा पूरी तरह से बदल चुकी है। कोई भी व्यक्ति सही विधि से ,समय के अनुसार ,पूरी एकाग्रता और निरंतरता के साथ योग की विभिन्न क्रियाओं का अभ्यास करके पूरा लाभ उठा सकता है।

किसी समय योग विद्या गुरु परम्परा से सीखी जाने वाली विद्या थी। लेकिन आज स्कूल ,कॉलेज के शिक्षकों से भी योग विद्या की बारीकियों को सीख सकते है। योग में प्रायोगिक का विशेष महत्त्व है। क्योंकि योग शरीर की प्रकृति, बनावट, शक्ति एवं सामर्थ्य के अनुसार प्रायोगिक करने से ज्यादा एवं पढ़ने से कम आता है। निःसंदेह योग पूरी तरह से प्रैक्टिकल विषय है।
12वीं पास कोई भी विद्यार्थी इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं।इस समय देश में अनेक संस्थान, कॉलेज, यूनिवर्सिटी हैं जो योग में डिग्री, डिप्लोमा और सार्टीफिकेट कोर्सेज़ की पढ़ाई करवा रहे हैं। योग में बी.ए, बी.एससी,
युजी एवं पीजी डिप्लोमा ,ऍम.ए ऍम.एससी, पीएचडी तक की पढाई कर सकते है ।

इसके अलावा 6 माह , 3 माह और 1 माह के शार्ट टर्म सर्टिफ़िकेट कोर्सेज के साथ ही एडवांस योगा टीचर्स ट्रेनिंग कोर्स भी कर सकते है।
योग में डिग्री या डिप्लोमा कोर्स करने के बाद हम अपनी स्वेच्छा से रुचि अनुसार कोई भी क्षेत्र चुन सकते है। डिप्लोमा के बाद आप प्राइवेट या गवर्नमेंट स्कूल में योग के शिक्षक लग सकते है। सभी सेंट्रल स्कूलों में , डी.ए. वी स्कूलों में योग के शिक्षक है। इसके अलावा आर्मी स्कूल ,एयरफोर्स स्कूल एवं अच्छे प्राइवेट स्कूलों में भी योग शिक्षक लग सकते है। पुलिस एवं सेना में भी योग शिक्षक की भर्ती होती है। योग डिप्लोमा या डिग्री के आधार पर कॉलेज, यूनिवर्सिटी,इंस्टिट्यूट, कम्पनी, सोसाइटी, क्लब ,खेल स्टेडियम में भी योग एक्सपर्ट /ट्रेनर/इंस्ट्रक्टर /शिक्षक लग सकते है।

आयुष विभाग के तहत स्टेट या सेंटर गवर्नमेंट के हॉस्पिटल में योग विशेषज्ञ /योग थैरेपिस्ट बतौर कार्य कर सकते है। कारागार ,खेल विभाग एवं अन्य कई विभागों में भी योग इंस्ट्रक्टर के रूप में सेवाएं दे सकते है। पर्सनल योग क्लास (home Class) के साथ अपना निजी योग सेंटर भी खोल सकते है। विदेशों में भी स्कूल, कॉलेज, कम्पनी, इंस्टीट्यूट में योग एक्सपर्ट के रूप में कार्य कर सकते है। इसके अलावा व्विदेशो में अपना निजी योग सेंटर खोलकर भी अच्छी आमदनी कमा सकते है। भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद् के दिशा निर्देशन से अच्छी सैलरी पैकेज पर सभी देशों में भारतीय embassy दूतावास में योग शिक्षक कार्यरत है।
भारत में योग का कोर्सेज कराने वाले ज्यादातर संस्थान हरिद्वार व ऋषिकेश में हैं। इसलिए हरिद्वार को योग राजधानी भी कहा जाता है।

योग में डिग्री या डिप्लोमा कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान निम्नलिखित हैं-

1. मोरारजी देसाई नेशनल इस्टीट्यूट ऑफ योग, दिल्ली
2. मणिपाल यूनिवर्सिटी,कर्नाटक (बैंगलोर
3. देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार(उत्तराखंड)
4. गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार(उत्तराखंड)
5. लकुलीश योग यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद (गुजरात)
6. कैवल्यधाम योग इंस्टीट्यूट, पुणे
7. बिहार स्कूल ऑफ योगा, मुंगेर
8. स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरू
9. उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी, हल्द्वानी (उत्तराखण्ड)
10. पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार
11.जैन विश्व भारती यूनिवर्सिटी, लाडनूँ (राजस्थान)
12. डी.ए.वी गर्ल्स कॉलेज, यमुना नगर (हरियाणा)
13. आई.जी.यूनिवर्सिटी, मीरपुर, रेवाडी (हरियाणा)
14. कुरुक्षेत्रा यूनिवर्सिटी,कुरुक्षेत्र (हरियाणा)
15. चौधरी रणवीर सिंह यूनिवर्सिटी जींद (हरियाणा)
16. महर्षि दयानन्द यूनिवर्सिटी रोहतक (हरियाणा)
17. सेंट्रल यूनिवर्सिटी ,महेंद्रगढ़ (हरियाणा)
18. उत्तराखंड संस्कृत यूनिवर्सिटी, हरिद्वार (उत्तराखंड)
19. लकुलीश योग यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद (गुजरात)
20. लाल बहादुर शास्त्री सेंट्रल संस्कृत यूनिवर्सिटी, दिल्ली
21. गुरु जम्भेश्वर विश्विद्यालय हिसार हरियाणा
22.फतेहचंद महिला महाविद्यालय हिसार हरियाणा

इसके अलावा भारत के विभिन्न राज्यो की स्टेट यूनिवर्सिटी, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, कॉलेज और इंस्टीट्यूट भी योग सम्बंधित विभिन्न प्रकार के कोर्सेज करवाते है।
इसके अतरिक्त आयुष मंत्रालय के योग प्रमाणीकरण मंडल के द्वारा योग वॉलिंटर, योग प्रोटोकॉल इंस्ट्रक्टर, योग वैलनेस इंस्ट्रक्टर, योग शिक्षक योग मास्टर, सहायक योग चिकित्सक, योग चिकित्सक, एलिमेंट्री स्कूल योग टीचर ,हायर सेकेंडरी स्कूल योग टीचर आदि कोर्स करके भी आप प्रमाणित योगाचार्य बन सकते हैं। वर्तमान में योग कोर्स करवाने के लिए अनेक सेंटर हैं लेकिन योग सर्टिफिकेट बॉर्ड (YCB) से प्रमाणित आधिकारिक सेंटर से ही उपर्युक्त कोर्स करने चाहिए।


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Dr. Dharambir Yadav

डॉ. धर्मवीर यादव
योग विशेषज्ञ, इंदिरा गांधी विश्विद्यालय रेवाड़ी हरियाणा
मोबाइल न.: 9466431860 | ईमेल: dharambiryadav.yogi@gmail.com

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