ध्यान – अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का अंतिम अभ्यास – June 2025
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) पर करवाए जाने वाले योग प्रोटोकॉल का अंतिम अभ्यास
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) पर करवाए जाने वाले योग प्रोटोकॉल का अंतिम अभ्यास
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर करवाए जाने वाले योग प्रोटोकॉल का दूसरा प्राणायाम शीतली प्राणायाम योग
प्राचीन मे ऋषि मुनियों का उद्देश्य योग साधना के द्वारा जीवन के परम लक्ष्य मोक्ष को प्राप्त करना था। लेकिन समय के अनुसार योग के मायने बदलते चले गए। इस बदलते परिवेश में आधुनिक युग के कलाकारों ने योग को सर्कस,तमासा, ड्रामा, मनोरंजन, बिज़नेस और अलग अलग प्रकार से पैसे कमाने का जरिया बना दिया है। और इससे आगे क्या होगा इसका कोई अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं ?
पूरी दुनिया में योग का ज्ञान सही और शुद्ध रूप में पहुंचे इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के द्वारा विख्यात योग विशेषज्ञों के साथ मिलकर प्रार्थना, सूक्ष्म व्यायाम, आसन, प्राणायाम,ध्यान आदि का सामान्य योग अभ्यासक्रम अर्थात् योग प्रोटोकॉल तैयार किया गया। इस योग प्रोटोकॉल को अधिकतम एक घंटे में पूर्ण किया जा सकता है। इस अभ्यासक्रम को किसी भी उम्र का कोई भी व्यक्ति आसानी से नियमित अभ्यास कर सकता है। लेकिन प्रारंभ में और रोग विशेष में किसी अच्छे योग शिक्षक के सान्निध्य में ही अभ्यास करना चाहिए।